अफगानिस्तान के उत्तरी क्षेत्र में जुमे की नमाज के दौरान एक शिया मस्जिद में धमाका हो गया है। एक पुलिस प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है। प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि धमाके में लोग हताहत हुए हैं, लेकिन उन्होंने इससे जुड़ा कोई आंकड़ा सामने नहीं रखा है। यह धमाका बगलान की प्रांतीय राजधानी पोल-ए-खोमरी की मस्जिद में हुआ है।
मस्जिद की जारी वीडियो में लाल कालीन वाले फर्श पर मलबा एवं निजी समान बिखरा हुआ है और कफन से ढके हुए शव दिखाई दे रहे हैं। बगलान पुलिस के प्रवक्ता शेर अहमद बुरहानी ने बताया कि धमाके से संबंधित जानकारी बाद में साझा की जाएगी।
अफगानिस्तान के मस्जिद में बम धमाका हो गया है। इस धमाके की जिम्मेदारी अबतक किसी ने नहीं ली है, लेकिन इसके पीछे इस्लामिक स्टेट (आईएस) संगठन के होने की आशंका है। इस आतंकवादी संगठन ने पूर्व में बड़े पैमाने पर हुए हमलों में अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक शियाओं को निशाना बनाया था। आईएस के क्षेत्रीय सहयोगी, जिसे ‘खुरासान प्रांत में इस्लामिक स्टेट’ के नाम से जाना जाता है, ने तालिबान के अगस्त 2021 में सत्ता पर कब्जा करने के बाद देश भर में मस्जिदों और अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ा दिए।
अफगानिस्तान में 2014 से सक्रिय आईएस को देश के तालिबान शासकों के सामने सबसे बड़ी सुरक्षा चुनौती के रूप में देखा जाता है। तालिबान ने सत्ता पर कब्जे के बाद आतंकवादी समूह के खिलाफ व्यापक कार्रवाई शुरू की थी।
पहले भी हुए हैं हमले
इससे पहले पाकिस्तान में ईद मिलाद-उन-नबी के अवसर पर बम धमाका हो चुका है। इस धमाके में 34 लोगों की मौत हो गई थी, और 70 से अधिक लोग घायल हो गए थे। यह धमाका पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हुआ था। इस घटना में मरने वालों में पुलिसकर्मी भी शामिल थे। यह एक और मामूला घटना है जो ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर जुलूस में शामिल होने वाले लोगों को निशाना बनाती है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब अफगानिस्तान या पाकिस्तान में बम धमाका हो रहा है, और इससे पहले भी कई बार ऐसे हमले हुए हैं।
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