रतन टाटा ने FirstCry के IPO में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने का निर्णय लिया
रतन टाटा, दिग्गज उद्योगपति और टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन, अपने सभी 77,900 शेयरों को आगामी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में बेचने पर विचार कर रहे हैं। ब्रैनबीज सॉल्यूशंस लिमिटेड का एक मां-बच्चों की देखभाल वाले उत्पाद मंच है।
66 लाख रुपये का निवेश
2016 में रतन टाटा ने कंपनी में 66 लाख रुपए लगाए। उन्हें कंपनी में तरजीही शेयर मिले। गुरुवार को प्रस्तुत दस्तावेजों के अनुसार, टाटा फर्स्टक्राई ने अपने 77,900 शेयरों, यानी 0.02 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचने की पेशकश की है। दस्तावेजों के अनुसार, पुणे स्थित कंपनी के आईपीओ में 1,816 करोड़ रुपए के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 5.44 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (OFS) की जाएगी।
OFS में भाग बेचेंगे
बिक्री पेशकश में शेयर बेचने वालों में महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम), टीपीजी, न्यूक्वेस्ट एशिया, एसवीएफ फ्रॉग (केमैन) लिमिटेड, एप्रीकॉट इन्वेस्टमेंट्स, वैलेंट मॉरीशस, टीआईएमएफ, थिंक इंडिया अपॉर्चुनिटीज फंड, श्रोडर्स कैपिटल और पीआई अपॉर्चुनिटीज हैं।
कैसे ज्वाइन किया टाटा ग्रुप
रतन कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में आर्किटेक्चर एंड स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में डिग्री लेने गए थे। उन्हें डिग्री लेने के बाद अमेरिका में ही काम करना था, लेकिन उनकी दादी यानी लेडी नवजबाई (Lady Navajbai) की बीमारी के कारण उन्हें भारत वापस आना पड़ा। यहां आकर वह IBM में शामिल हो गया। उनके परिवार को उनकी पहली नौकरी के बारे में भी पता नहीं था।
रतन टाटा की नौकरी के बारे में उस समय टाटा ग्रुप के चेयरमैन जेआरडी टाटा (JRD Tata) को बताया गया था कि वह बहुत नाराज था। रतन टाटा को फोन करके उनसे बायोडाटा शेयर करने को कहा। उस समय रतन टाटा ने बायोडाटा नहीं बनाया था।
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