इजराइल को हमास और लेबनान के बीच से आए एक और हमले का सामना करना पड़ा है। इस हमले में उन्होंने बारूद और रॉकेट्स का इस्तेमाल किया है, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ा है।
इस हमले के परिणामस्वरूप, इजराइल के कुछ क्षेत्रों में हल्की तबाही हुई है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। सुरक्षा बढ़ाने के लिए सेना और प्रशासनिक अधिकारियों ने कदम उठाए हैं।
इस नए हमले के पीछे के कारणों की जांच जारी है, लेकिन इससे पहले भी कई बार हमास और इजबोला जैसे ग्रुप्स ने इजराइल के खिलाफ हमले किए हैं। यह नवीनतम घटना क्षेत्र के सामंजस्य और सुरक्षा की स्थिति को और भी चुनौतीपूर्ण बना देती है।
हमास के खिलाफ जंग: इजराइल में रॉकेट हमले और जवाबी कार्रवाई
हमास और लेबनान ने इजराइल के खिलाफ चौथे दिन 15 रॉकेट चलाए हैं, जिससे पश्चिमी शहर गलील और दक्षिणी तटीय शहर अश्कलोन में हल्की तबाही हुई है। इस पर इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह के 2 ठिकानों पर जवाबी हमला किया है।
पहले भी 8 अक्टूबर को, लेबनान बॉर्डर से हिजबुल्लाह ने इजराइल पर गोलीबारी और बमबारी की थी।
इस विस्तृत स्थिति के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन किया और उन्हें भारत का समर्थन दिया। मोदी ने ट्वीट किया कि भारत इस मुश्किल घड़ी में इजराइल के साथ है और हम सभी तरह के आतंकवाद के खिलाफ हैं।
इजराइल के हमले पर राजीनामा: गाजा में रातभर तनाव
सोमवार की रात, इजराइल ने गाजा पर व्यापक हमले किए। हमास ने बॉर्डर के पास स्थित अश्कलों शहर को साढे 8 बजे तक खाली करने की चेतावनी दी है। इस हमले में हुए हमलों में किबुत्ज कस्बे की लगभग 1000 लोगों में से 10% की मौके पर मौत हो गई है।
पहले ही हमास ने धमकी दी थी कि वे इजराइल से पकड़े गए करीब 150 बंधकों की हत्या कर सकते हैं। दूसरी तरफ, हमास के हमलों में थाईलैंड से अब तक 18 नागरिकों की मौत हो चुकी है, और कई लोग लापता हैं।
इजराइल में यूनिटी गवर्नमेंट का गठन: हमास के खिलाफ साझा सरकार
1973 के बाद पहली बार, इजराइल में यूनिटी गवर्नमेंट बनने की संभावना है। सत्ताधारी लिकुड पार्टी ने हामी भर दी है, जिससे इस सरकार में सभी प्रमुख पार्टियां शामिल होंगी। इस यूनिटी गवर्नमेंट या वॉर कैबिनेट का मुख्य उद्देश्य इजराइल को हमास के खिलाफ समर्थन और एकजुटता में लाना है, जो जंग के वक्त बनती है।
गाजा बॉर्डर पर इजराइल का कब्जा: सेना का कड़ा संबोधन
इससे पहले, इजराइल की सेना ने एक तगड़ा संबोधन दिया है – “हमने गाजा के बॉर्डर पर कब्जा कर लिया है और उसे पूरी तरह से सील कर दिया है।” रातभर में, सेना ने गाजा में 200 स्थानों पर स्ट्राइक किया है। हालांकि, इस संघर्ष में हमास के 1500 लड़के मारे गए हैं जबकि123 सैनिकों की मौत हो चुकी है।
नेतन्याहू का बयान: हम पर जंग थोपी गई, इसे हम ही खत्म करेंगे
जंग के बीच, नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने हम पर हमले करके एक बड़ी गलती की है। उन्होंने यह भी जताया कि वे इसकी कीमत इतनी भारी वसूलेंगे कि हमास और इजराइल के बाकी दुश्मन इसे दशकों तक याद रखेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हम युद्ध नहीं चाहते थे, लेकिन हम पर बहुत क्रूर तरीके से यह थोपा गया। हमने युद्ध शुरू नहीं किया है, लेकिन इसका अंत हम ही करेंगे। इजराइल सिर्फ अपने लोगों के लिए नहीं, बल्कि बर्बरता के खिलाफ खड़े हर देश के लिए लड़ रहा है।”
इस जंग में अब तक कुल 1,730 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें 40 नवजात समेत 900 लोग शामिल हैं, जबकि 2300 लोग घायल हैं। गाजा पट्टी में 140 बच्चों, 120 महिलाओं समेत 830 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 3,726 लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा, इजराइल सेना ने अपने क्षेत्र में हमास के 1500 लड़ाकों को भी मार गिराया है।
इजरायल ने गाज़ा पर ‘मौत की बारिश’ की: फॉस्फोरस बमों का उपयोग