Rajasthan Election 2023
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए, कांग्रेस ने 56 उम्मीदवारों की चौथी सूची को मंगलवार देर शाम जारी किया।
इस 56 सीटों के उम्मीदवारों की सूची में खास बात यह है कि 34 सीटों पर उम्मीदवारों के टिकट बदले गए हैं, जिनमें सांगोद से वरिष्ठ विधायक भरतसिंह कुंदनपुर, मंत्री भरोसी लाल जाटव, विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा, बाबू लाल बैरवा और जौहरी लाल मीणा के टिकट काट दिए गए हैं।
ज्यादातर प्रत्याशियों के नाम उन्हीं सीटों पर बदले गए हैं, जहां पिछले चुनावों में कांग्रेस हार गई थी।
पिछले चुनावों में, ये टिकट सचिन पायलट के कोटे से बांटे गए थे, इसलिए इस बार ज्यादातर उन्हीं टिकटों को बदला गया है, जिनमें सचिन पायलट का प्रभाव हो सकता है।
इस 56 प्रत्याशियों के नाम में से 22 प्रत्याशियों के नाम को दोहराया गया है, जिनमें 8 कांग्रेस विधायक, 2 निर्दलीय और 2 बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक भी शामिल हैं।
उसके अलावा, 10 हारे हुए प्रत्याशियों को भी टिकट दिया गया है।
विधायकों के टिकट कटने के पीछे की कहानी:
- सांगोद से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरतसिंह कुंदनपुर गहलोत के खिलाफ थे और उन्होंने गहलोत के करीबी मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
- जौहरी लाल मीणा, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ सीट से कांग्रेस विधायक थे, लेकिन उनके पुत्र पर दुष्कर्म के आरोप थे।
- खिलाड़ी लाल बैरवा बसेड़ी से विधायक हैं और पहले गहलोत के कैम्प में थे, लेकिन बाद में पायलट के कैम्प में चले गए और गहलोत के खिलाफ खुला विरोध किया।
- बाबू लाल बैरवा कठूमर से कांग्रेस विधायक हैं और उनके पुत्र पर क्षेत्र में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे।
- भरोसी लाल जाटव हिंडौन से कांग्रेस विधायक हैं, लेकिन सर्वे में उनकी स्थिति बेहद खराब दिखाई गई थी।
भाजपा से आए दो नेताओं को टिकट देने का कारण:
- चौथी सूची में कांग्रेस ने भाजपा सरकार में मंत्री रहे सुरेंद्र गोयल को जैतारण से टिकट दिया है।
- भाजपा के पूर्व विधायक विकास चौधरी को किशनगढ़ से टिकट दिया गया है।
- निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला को खंडेला से और कांति मीणा को थानागाजी से प्रत्याशी बनाया गया है।
- बसपा से कांग्रेस में शामिल दीपचंद खैरिया और जोगेंद्र अवाना को भी कांग्रेस ने टिकट दिया है।